*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Saturday 28 December 2019

दिन बिता जाए (कविता) - मनीषा सहाय 'सुमन'


दिन बिता जाए

(कविता)
सपनों के पंख लगा कर ,
मन आशाओं के आंगन में
देखो उड़ उड़ जाए रे,...
मंद मंद मुस्काता आए
दिन ये बीता जाए रे, ...
इच्छाओं का नया सवेरा,
देख हृदय मुस्काए रे,....
ठहर ठहर सोचुं पल पल,
जाने तुम कब आओगे,
क्षण क्षण बीता जाए रे....

नाचती दीप शिखाएं,
अँधियारा दूर भगाएं रे...
अाह्लादित है समय भी देखो,
जाने क्या समझाए ,
दिन ये बीता जाए रे...

सूर्य किरण के रथ पर चढ़,
नव प्रभात आ जाए रे,
चौखट से झांके अंदर,
खुशीयों को गलें लगाए ,
नववर्ष खड़ा हर्षाए रे...

सपनो के पंख लगा कर,
दिन बीता जाए रे...
-०-
पता:
मनीषा सहाय 'सुमन'
पटना (बिहार)
-०-


***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ