💐वक्त की दरकार💐
(कविता)
वक्त की दरकार है, वक्त को समझो तो बेड़ा पार है।
वक्त ही वक्त आने पर, तरह तरह का एहसास करा देता है।।
वक्त भी न जाने कब मुझे
यह कैसी पहेली दे गया है।
उलझ कर रह जाने को जिंदगी,समझने को सारी उम्र दे गया है।।
******************
सब ने खूब समझाया हमको,वक्त आने पर वक्त बदल जाता है।
जिन्दगी को समझा यारो!
हमने जब बहुत ही करीब
से।।
न जाने कौन कौन मिला जहां में,हमको हमारे ही नसीब से।
वक्त ने कराया एहसास,
वक्त आने पर इंसान ही बदल जाता है।।
*******************
वक्त तो वक्त है, गूंगा नहीं,बस मौन ही मौन है।
वक्त ही वक्त आने पर बता देगा, यहाँ किसका कौन है।।
जिसने समझा नहीं वक्त को,वो अक्सर ही झुक जाता है।
गर बच भी गया तलवार से तो फूल से ही कट जाता है।।
******************
कारण कुछ भी नहीं था बचपन में, हम अकारण ही मुस्कराते थे।
अब बड़े होने पर,देखो मुस्कराने का कारण ही
छिपा लेते हैं।
न जाने हमारी पेशानी में,अब ये कैसी कैसी परेशानियां हैं।
तभी तो गम के गद्दों पर,
खुशी के फूलों की चादर ही सजा देते हैं।।
*******************
आज हम जो हर वक्त,
दौलत के साये में इतने
मगरूर रहते हैं।
दुनिया घूमती हैआगे पीछे
न जाने कौन कौन सलाम करते हैं।।
अंत में रह जायेगी अपनी,
सिर्फ एक सफेद चादर की औकात।
खुद न उसे न हिला,न डुला पाएंगे, न कर पाएंगे
कोई बात।।
*******************
नये नये लिबासों का,नई
नई पोशाकों का,हमको शौक था कितना।
जब कोई निहारता हमें,
हिकारत से,मन ही मन
इतराते थे उतना।।
हम रहते थे अपनी धुन में,मानी कभी किसी की
कोई सीख नहीं।
पर जब आया आखिरी वक्त,कह भी न सके,यह
कफ़न तो ठीक नही।।
*******************
जो हर समय रहते थे गरूर में,न जाने कौन सा
फतूर था।
दर्प था,घमंड था,दिल मे उनके कुछ न कुछ तो जरूर था।।
छत को थाअहंकार अपने छत होने का,सहसा यह क्या कहानी हो गई।
एक मंजिल और डली, छत छत न रही,फर्श हो गई।।
*******************
वक्त ने बदल दिया,अब वक्त को इतना ज्यादा ।
अब हमारा वक्त भी हमारा नहीं रहा।।
जब वक्त था, तब नहीं की, हमने वक्त की कदर।
अब हालात बदल गए इस कदर,अब कोई भी हमारा नहीं रहा।।
*******************
वक्त वक्त की बात है, वक्त ने कब दिया सदा किसका साथ है।
जो वक्त के साथ चला,
मिलीं,उसको ही सब
सौगात हैं।।
वक्त की सच्चाई को, गहराई को, जिसने दिल से महसूसा है।
वह रुका नहीं, झुका नहीं,
शान से हर बार, मंजिल पर अपनी पहुंचा है।।
-०-
पता: