परिचय
नाम -रमा भाटी
संप्रति - स्वतंत्र लेखिका , समाज सेविका।
प्रकाशन - मेरी कहानियां , लेख, कविताएं, पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं।
काव्य कुंज, मां की पाती बेटी के नाम में मेरी रचना शामिल हैं। सूरज सिंह नेगी जी की पाती मुहिम में हिस्सा लेती रहती हूं। मैं अपनी कविता आपके ब्लॉक के लिए भेज रही हूं छपवा कर कृतार्थ करें।
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पता:
श्रीमती रमा भाटी
A sad and true poem. There is something about the way you put down your words. So magical. Thank you for sharing.
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