परिचय :
नाम: संजीव कुमार ठाकुर
पिता स्व,वी,एन, ठाकुर,
सम्प्रति: कवि, कथाकार.
4 कविता 1 कृतियां प्रकाशित एक उपन्यास एवं 3 कविताओं,2उपन्यास,2ग़ज़लों की किताबें प्रकाशनाधीन,
प्रयोगधर्मी कृति अगली कई सांझ नहीं आया वह,एक ही कथानक पर कविता व कहानी का संग्रह, लगभग 14 देशों इंग्लैंड,अमेरिका,रूस स्विजरलैंड,पैरिस,इटली मॉरीशस, आबू धाबी दुबई शारजाह . की साहित्य की यात्राएं साहित्यिक, सांस्कृतिक, संस्था उत्तरायण छत्तीसगढ़ काव्य संस्था, नव छत्तीसगढ़ साहित्य सांस्कृतिक संस्थान रायपुर के संरक्षक तथा राष्ट्रीय काव्य सृजन व सरयू कांत झा स्मृति संस्थान के प्रमुख साहित्यिक सलाहकार, प्रथम मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार से सम्मानित एवं एवं अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित ।
दूरदर्शन आकाशवाणी से विगत 25,वर्षों से प्रचारित-प्रसारित।
सम्प्रति: कवि, कथाकार.
4 कविता 1 कृतियां प्रकाशित एक उपन्यास एवं 3 कविताओं,2उपन्यास,2ग़ज़लों की किताबें प्रकाशनाधीन,
प्रयोगधर्मी कृति अगली कई सांझ नहीं आया वह,एक ही कथानक पर कविता व कहानी का संग्रह, लगभग 14 देशों इंग्लैंड,अमेरिका,रूस स्विजरलैंड,पैरिस,इटली मॉरीशस, आबू धाबी दुबई शारजाह . की साहित्य की यात्राएं साहित्यिक, सांस्कृतिक, संस्था उत्तरायण छत्तीसगढ़ काव्य संस्था, नव छत्तीसगढ़ साहित्य सांस्कृतिक संस्थान रायपुर के संरक्षक तथा राष्ट्रीय काव्य सृजन व सरयू कांत झा स्मृति संस्थान के प्रमुख साहित्यिक सलाहकार, प्रथम मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार से सम्मानित एवं एवं अनेक राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित ।
दूरदर्शन आकाशवाणी से विगत 25,वर्षों से प्रचारित-प्रसारित।
मूलत नाट्यकर्मी,
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