रोशन कुमार झा
परिचय:
नाम: रोशन कुमार झा, बचपन का नाम :- गंगाराम
पिता का नाम :- श्रीष्टु झा, माता :- पूनम देवी
दादा :- स्वर्गीय केदार नाथ झा, दादी :- फूल दाई देवी
जन्म की तारीख :-13-06-1999
सेवा कर रहे हैं :-
(1) 31st Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata:-B, coy no:-5 ( Reg no:- WB17SDA112047)
(2) Narasinha Dutt College st John Ambulance (Medical )
(3) The Bharat Scouts & Guides Veriang scouts and Gulmarg Guides Bamangachi (BMG ) Group,Eastern Railway District:-Howrah ,
(4) Ramakrishna College Madhubani :- राष्ट्रीय सेवा योजना National Service Scheme (NSS) LNMU
(5) विगत तीन वर्ष से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व
वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को " हिन्दी विषय " व कला विभाग के समस्त विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं !
अपने विचार:
हम जो भी रचते हैं,वह सब हम इन संस्थाओं से पाये अनुभव पर और आज जो भी हम कविता लिखते हैं, वह हम अपने गुरु अमिताभ सिंह (बच्चन सर) से सीखें है ! गुरु जी को बहुत बहुत धन्यवाद ! लेखन कार्य में हमारे दोस्त, आशीष, धर्मेंद्र, मोनू और भी, कालेज का प्रोफेसर, व अपने छात्र-छात्राओं का भी सहयोग रहा है ! और रचने की जो भाव होती है, वह दुख दर्द से वह भी मैं पा चुका हूं !
सम्मान:
2015 :- 10 वीं कक्षा में हिन्दी में सर्वाधिक अंक लाने पर सन्मार्ग समाचार पत्र के रामवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार से हमें सम्मानित किया गया,
2017 :- वही 12 वीं में मिथिला स्टूडेंट यूनियन पश्चिम बंगाल पुरुस्कार से सम्मानित हुए,
रचनात्मक क्षेत्र में (2017) हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में लिखें कविता से कलकत्ता विश्वविद्यालय व श्री शिक्षायतन कॉलेज से प्रमाण पत्र हासिल किये !
एन सी सी से संस्कृति कार्यक्रम में नाटक, कविता, व्यंग्य लेखनशैली के कारण पुरस्कृत हुए है !
साहित्य:
साहित्य लेखन पांच भाषाओँ में करते है :- हिन्दी, मैथिली, बंगाली, भोजपुरी व अंग्रेजी में
जब हम सल किया विक्रम विद्यालय में ग्यारहवीं में रहें तभी ही मेरा रचित छोटा सा व्यंग्य :- " घर को बनाये प्राथमिक शिक्षा का केंद्र " वह प्रभात खबर में 07-12-2015 सोमवार को प्रकाशित हुआ, उसके बाद समज्ञा समाचार पत्र में मेरा पहला कविता " रेलगाड़ी की उचित व्यवहार " 04-09-2016 रविवार को प्रकाशित हुआ, फिर भारत एक नज़र समाचार पत्र में नदी की जीवन, प्रदुषण मुक्त करता साईकिल, कविताएं सब प्रकाशित होने लगें, फिर 19-01-2017 नोटबंदी के समय मेरा कविता नोटबंदी की प्रभाव News of Bengal में प्रकाशित हुआ ! रचनाकार पत्रिका, अमर उजाला और कलम लाइव पत्रिकामें कई कविताएं प्रकाशित हुए हैं ! तब से आज तक रचनात्मक कार्य में तन-मन से लगे हैं, और लगें रहेंगे !
नाम: रोशन कुमार झा, बचपन का नाम :- गंगाराम
पिता का नाम :- श्रीष्टु झा, माता :- पूनम देवी
दादा :- स्वर्गीय केदार नाथ झा, दादी :- फूल दाई देवी
जन्म की तारीख :-13-06-1999
सेवा कर रहे हैं :-
(1) 31st Bengal Bn Ncc Fort William Kolkata:-B, coy no:-5 ( Reg no:- WB17SDA112047)
(2) Narasinha Dutt College st John Ambulance (Medical )
(3) The Bharat Scouts & Guides Veriang scouts and Gulmarg Guides Bamangachi (BMG ) Group,Eastern Railway District:-Howrah ,
(4) Ramakrishna College Madhubani :- राष्ट्रीय सेवा योजना National Service Scheme (NSS) LNMU
(5) विगत तीन वर्ष से 11 व 12 वीं कक्षा के (विज्ञान व
वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को " हिन्दी विषय " व कला विभाग के समस्त विषयों को निःशुल्क पढ़ाते आ रहे हैं !
अपने विचार:
हम जो भी रचते हैं,वह सब हम इन संस्थाओं से पाये अनुभव पर और आज जो भी हम कविता लिखते हैं, वह हम अपने गुरु अमिताभ सिंह (बच्चन सर) से सीखें है ! गुरु जी को बहुत बहुत धन्यवाद ! लेखन कार्य में हमारे दोस्त, आशीष, धर्मेंद्र, मोनू और भी, कालेज का प्रोफेसर, व अपने छात्र-छात्राओं का भी सहयोग रहा है ! और रचने की जो भाव होती है, वह दुख दर्द से वह भी मैं पा चुका हूं !
सम्मान:
2015 :- 10 वीं कक्षा में हिन्दी में सर्वाधिक अंक लाने पर सन्मार्ग समाचार पत्र के रामवतार गुप्त प्रतिभा पुरस्कार से हमें सम्मानित किया गया,
2017 :- वही 12 वीं में मिथिला स्टूडेंट यूनियन पश्चिम बंगाल पुरुस्कार से सम्मानित हुए,
रचनात्मक क्षेत्र में (2017) हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में लिखें कविता से कलकत्ता विश्वविद्यालय व श्री शिक्षायतन कॉलेज से प्रमाण पत्र हासिल किये !
एन सी सी से संस्कृति कार्यक्रम में नाटक, कविता, व्यंग्य लेखनशैली के कारण पुरस्कृत हुए है !
साहित्य:
साहित्य लेखन पांच भाषाओँ में करते है :- हिन्दी, मैथिली, बंगाली, भोजपुरी व अंग्रेजी में
जब हम सल किया विक्रम विद्यालय में ग्यारहवीं में रहें तभी ही मेरा रचित छोटा सा व्यंग्य :- " घर को बनाये प्राथमिक शिक्षा का केंद्र " वह प्रभात खबर में 07-12-2015 सोमवार को प्रकाशित हुआ, उसके बाद समज्ञा समाचार पत्र में मेरा पहला कविता " रेलगाड़ी की उचित व्यवहार " 04-09-2016 रविवार को प्रकाशित हुआ, फिर भारत एक नज़र समाचार पत्र में नदी की जीवन, प्रदुषण मुक्त करता साईकिल, कविताएं सब प्रकाशित होने लगें, फिर 19-01-2017 नोटबंदी के समय मेरा कविता नोटबंदी की प्रभाव News of Bengal में प्रकाशित हुआ ! रचनाकार पत्रिका, अमर उजाला और कलम लाइव पत्रिकामें कई कविताएं प्रकाशित हुए हैं ! तब से आज तक रचनात्मक कार्य में तन-मन से लगे हैं, और लगें रहेंगे !
-०-
रोशन कुमार झा
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
-०-
कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
-०-
रोशन कुमार झा जी की रचनाएं पढ़ने के लिए शीर्षक चित्र पर क्लिक करें!
No comments:
Post a Comment