अभिनन्दन का अभिनन्दन
(कविता)
करते हैं हम कलमकार
वीर शौर्य अभिनन्दन का
भारत में नंदन है
अपने वतन की वापसी पर
हर तरफ जश्न ही जश्न है
कहीं फूट रहे पटाखे
कहीं लग रहे जय जयकार
भारत माता के
जन-जन को है इंतजार
योद्धा अभिनंदन का
होगा नंदन
जीत के अभिनंदन का
मनेगी होली
होगी दीपावली
बटेगी मिठाई
बजेंगे ढोल नगारे
वीर तुम अभिनंदन हो
नंदन-चंदन अभिनन्दन का
हीरो का वंदन
अभिनन्दन का अभिनन्दन
वीर शौर्य अभिनन्दन का
भारत में नंदन है
अपने वतन की वापसी पर
हर तरफ जश्न ही जश्न है
कहीं फूट रहे पटाखे
कहीं लग रहे जय जयकार
भारत माता के
जन-जन को है इंतजार
योद्धा अभिनंदन का
होगा नंदन
जीत के अभिनंदन का
मनेगी होली
होगी दीपावली
बटेगी मिठाई
बजेंगे ढोल नगारे
वीर तुम अभिनंदन हो
नंदन-चंदन अभिनन्दन का
हीरो का वंदन
अभिनन्दन का अभिनन्दन
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संजय कुमार सुमन