लो आ गया नया ज़माना
(कविता)
लो आ गया नया ज़माना,
स्वच्छ भारत बन गया है एक बहाना।
क्या भारत की स्वच्छता का इरादा ,
टूट रहा है यह स्वच्छ भारत का वादा।
सैलानी हैं आते यहाँ,
दिखती है गंदगी देखें जहाँ ।
क्या वैष्णो देवी की पवित्र पहाड़ियां,
लिपटी जो रहतीं हैं, बर्फीली साड़ियां ।
एवं मनुष्य की अपवित्रता का साथ,
दया करो हम पर तो भैरवनाथ ।
इसी गंदगी का करना है अंत,
तभी काम करेंगी भक्ति और मेलों में प्रभु या संत ।
-०-
पता:
-०-
स्वच्छ भारत बन गया है एक बहाना।
क्या भारत की स्वच्छता का इरादा ,
टूट रहा है यह स्वच्छ भारत का वादा।
सैलानी हैं आते यहाँ,
दिखती है गंदगी देखें जहाँ ।
क्या वैष्णो देवी की पवित्र पहाड़ियां,
लिपटी जो रहतीं हैं, बर्फीली साड़ियां ।
एवं मनुष्य की अपवित्रता का साथ,
दया करो हम पर तो भैरवनाथ ।
इसी गंदगी का करना है अंत,
तभी काम करेंगी भक्ति और मेलों में प्रभु या संत ।
-०-
पता:
सहज सभरवाल
जम्मू-कश्मीर
-०-
***
PERSONALITY OF JAMMU, INDIA NAME: Sahaj Sabharwal He loves writing poems and thoughts. He lives in Jammu city, Jammu and Kashmir, India. He is 17 years old now a young poet . He has been awarded many awards in poem writing at State level, National and international level. He was also selected to be invited for the INTERNATIONAL WRITERS MEETING IN TARIJA and HUNGARY,EUROPE. He was awarded with the INTERNATIONAL DIPLOMA IN WRITING and INTERNATIONAL MERIT CERTIFICATE IN WRITING and was PUBLISHED by THE YOUNG WRITERS ASSOCIATION IN UK and RECIEVED "CERTIFICATE OF PUBLICATION FROM UK". He was also awarded the 'India Star Proud Award'
ReplyDeletefor his appreciable work and He is the author of the BOOK -: " Poems By Sahaj Sabharwal "