वक्त का तकाजा
(कविता)
बे वजह घर से न निकलो
वक्त का तकाजा है दोस्तों
अल्लाह की नेमत है जिंदगी
इसे सम्भाल कर रखो दोस्तों
अभी तो घर ही स्वर्ग समझे
कातिल कोरोना से बचें दोस्तों
गलियों में भटकने से अच्छा है
अपनों के संग घर मे रहो दोस्तों
सारी दुनियाँ अभी दहशत में है
अल्लाह से तौबा करो दोस्तो
वक्त का तकाजा है दोस्तों
अल्लाह की नेमत है जिंदगी
इसे सम्भाल कर रखो दोस्तों
अभी तो घर ही स्वर्ग समझे
कातिल कोरोना से बचें दोस्तों
गलियों में भटकने से अच्छा है
अपनों के संग घर मे रहो दोस्तों
सारी दुनियाँ अभी दहशत में है
अल्लाह से तौबा करो दोस्तो
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