आराधना
(कविता)
माँ की छांव में ,
ममता की ममत्व से ,
दिल को छू लेने वाली तू ,
करो आराधना माता की !
जहाँ मिले आत्मा को ,
शान्ति की शान्त स्वभाव मे ,
शरण मे सर्वश्रेष्ट हो,
उस माँ की करो आराधना !
जो दुखों को करती संहार ,
पापियों को करती नाश ,
दुखों मे मेरा साथ देती ,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना !
जो विश्व को पालन करती ,
सभी को लालन पालन करती ,
जिसकी दृष्टी मे हम सभी बसते,
उस ममतामयी माँ की करो आराधना!
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पता:
रूपेश कुमार
रूपेश कुमार
चैनपुर,सीवान बिहार
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