एकजुट होना ही होगा
(कविता)इस विकट संकट की घड़ी में हम सबको
सारथि केआह्वानपर एकजुटहोना ही होगा
दीं हिदायतों पर गहन चिंतन मनन कर
उन पर अक्षरशःअमल करना ही होगा
बेपरवाह हो इधरउधर की खाक छानेंगे तो
हम और हमारे सपने खाक में मिल जाऐंगे
अपने लिए और अपनों के लिए हम
शत प्रतिशत सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएंगे
यदि सच्चे सजग देशभक्त हैं हम तो
हमवतनों का रक्षा कवच बन जाएंगे
अब छिड़ी जंग है कोरोना से तो
हम सब योद्धा का फ़र्ज निभाएऐंगे
हम में कोरोना के लक्षण दिखें तो
प्रशासन से बिल्कुल नहीं छुपाएंगे
नादानी में लापरवाही करके हम खुद
अपने ही वतन के दुश्मन बन जाएंगे
'अरे कुछ नहीं होता है' कि सोच से
कल के हालात भयावह नहीं बनाएंगे
स्थिति विकराल हो उससे पहले संभलकर
ईरान इटली की गलती नहीं दोहराएंगे
अस्पतालों में जूझ रहे महान् योद्धाओं के
संकट को मूर्खता में ,बिल्कुल नहीं बढ़ाएंगे
फ्रंट पर डटे पुलिस डॉक्टर्स मीडिया का
हम सब अंतःतल से आभार जताऐंगे
कोरोना के विकट जाल में फंसे हैं हमसब
एकसाथ जूझ जाल को उड़ा ले जाएंगे
नहीं रहेंगे हिंदू-मुस्लिम,सिक्ख-ईसाई
हमसब खुदा के नेक बंदे बन जाएंगे
ऐसे विकट संकट की घड़ी में हम सब को
अपने वतनको उजड़ने से बचाना ही होगा
दीं हिदायतों पर गहन चिंतन मनन कर
उन पर अक्षरश: अमल करना ही होगा