मेरा देश महान
(कविता)
मेरा देश महान,
ओ हम मिलकर करें,
देश का गुणगान,
हिंदू , मुस्लिम, सिख, ईसाई ,
सब है एक समान,
मेरा देश महान..
जिसके उत्तर में हिमालय ,
है, रक्षा में तल्लीन,
मिटा ना सका कोई आज तक,
उसे अमरता का वरदान,
इस देश का सैनिक महान,
बोलो जय जवान।
मेरा देश महान…
गंगा, जमुना, गोदावरी नदियाँ,
कल-कल, छल- छल करतीं यहाँ,
अनवरत, भारत माँ के पग धोतीं,
दौड़-दौड़कर फूँक रहीं,
बंजर धरती में प्राण,
बोलो जय किसान,
मेरा देश महान….
लोकतंत्र का राज यहाँ,
लोकतंत्र का गान,
दे रहा विज्ञान यहाँ,नित नए आयाम,
नई योजना, नयी कल्पना,
परिवर्तित संविधान,
बोलो जय विज्ञान,
मेरा देश महान….
मेरा देश महान,
ओ हम मिलकर करें,
देश का गुणगान,
हिंदू , मुस्लिम, सिख, ईसाई ,
सब है एक समान,
मेरा देश महान..
जिसके उत्तर में हिमालय ,
है, रक्षा में तल्लीन,
मिटा ना सका कोई आज तक,
उसे अमरता का वरदान,
इस देश का सैनिक महान,
बोलो जय जवान।
मेरा देश महान…
गंगा, जमुना, गोदावरी नदियाँ,
कल-कल, छल- छल करतीं यहाँ,
अनवरत, भारत माँ के पग धोतीं,
दौड़-दौड़कर फूँक रहीं,
बंजर धरती में प्राण,
बोलो जय किसान,
मेरा देश महान….
लोकतंत्र का राज यहाँ,
लोकतंत्र का गान,
दे रहा विज्ञान यहाँ,नित नए आयाम,
नई योजना, नयी कल्पना,
परिवर्तित संविधान,
बोलो जय विज्ञान,
मेरा देश महान….
-०-
प्रज्ञा गुप्ता
बाँसवाड़ा, (राज.)