बधाई
(बधाई गीत)
ज़ेहन में पारसाई हो,हर इक दिल की सफ़ाई हो,
नज़र में ख़ुशनुमाई हो,
ज़ुबाँ पे भाई भाई हो,
मुहब्बत रास आई हो,
लबों से मुस्कुराई हो,
भरी नफ़रत की खाई हो,
मिलन की रसमलाई हो,
दियोंं की रौशनाई हो,
अमावस साथ लाई हो,
हर इक मुँह में मिठाई हो,
ग़रीबों ने भी खाई हो,
धरा भी जगमगाई हो,
दीवाली की बधाई हो.
-०-मुनव्वर अली 'ताज'
वज़ीर पार्क कालोनी , मस्जिद के पास उज्जैन - 456001 म. प्र.
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शानदार सार्थक शुभारंभ
ReplyDeleteमुनव्वर अली ताज