नाम: संतोष श्रीवास्तव
- कहानी, उपन्यास, कविता,स्त्री- विमर्श,संस्मरण की अब तक अठारह किताबे प्रकाशित।
- चार अंतरराष्ट्रीय ( मॉरीशस, कम्बोडिया, ताशकन्द, बैंकॉक) तथा 20 राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार मिल चुके है।
- जेजेटी विश्वविद्यालय राजस्थान से पीएचडी की मानद उपाधि। "मुझे जन्म दो माँ" स्त्री के विभिन्न पहलुओं पर आधारित पुस्तक रिफरेंस बुक के रुप में विभिन्न विश्वविद्यालयों में सम्मिलित।
- संतोष जी की 6 पुस्तकों पर मुम्बई विश्वविद्यालय, एस. एन. डी. टी. महिला महाविद्यालय तथा डॉ आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से एम फिल हो चुका है।
- बिहार सासाराम के छात्र द्वारा लघु कथाओं पर शोध कार्य तथा
- राजा भर्तहरि मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर से उनकी कहानियों पर पीएचडी हो रही है।
- कहानी "एक मुट्ठी आकाश" SRM विश्वविद्यालय चैन्नई में बी.ए. के कोर्स में तथा लघुकथाएं महाराष्ट्र राज्य के 11वीं की बालभारती में संतोष की कहानियों, लघुकथाओं, और उपन्यासों के अंग्रेजी, मराठी, सिंधी, पंजाबी, गुजराती, तेलुगू, मलयालम, बांग्ला, ओड़िया, नेपाली, उर्दू ,छत्तीसगढ़ी भाषाओं में अनुवाद हो चुके हैं।
- राही सहयोग संस्थान रैंकिंग 2018 में वर्तमान में विश्व के टॉप 100 हिंदी लेखक लेखिकाओं में नाम शामिल।
- द संडे इंडियन द्वारा प्रसारित 21वीं सदी की 111 हिंदी लेखिकाओं में नाम शामिल।
- भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा विश्व भर के प्रकाशन संस्थानों को शोध एवं तकनीकी प्रयोग( इलेक्ट्रॉनिक्स )हेतु देश की उच्चस्तरीय पुस्तकों के अंतर्गत "मालवगढ़ की मालविका" उपन्यास का चयन
- केंद्रीय अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार मित्रता संघ की मनोनीत सदस्य । जिसके अंतर्गत 26 देशो की प्रतिनिधि के तौर पर हिंदी के प्रचार,प्रसार के लिए यात्रा ।
- सम्प्रति स्वतंत्र पत्रकारिता।
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