*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Saturday 28 December 2019

थाम लो अब हाथ कान्हा (रूपमाला छन्द) - रीना गोयल

थाम लो अब हाथ कान्हा
(रूपमाला छन्द)
बाँसुरी के सुर पुकारे ,राधिका का नाम ।
मोहना बाँके बिहारी ,साँवरे घनश्याम ।
छेड़ना है गोपियों को ,बस तुम्हारा काम ।
ताकते हो राधिका के ,रूप को अविराम।।

नाम ले कान्हा पुकारे ,बावरी दिन रैन ।
नैन में मूरत तुम्हारी ,भूल बैठी चैन ।
क्यों भला कान्हा छुपे तुम ,थाम लो अब हाथ ।
प्रीत की पुरवाइयों में ,बह चलो तुम साथ।।
-०-
पता:
रीना गोयल
सरस्वती नगर (हरियाणा)

-०-

***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ