Friday, 27 December 2019
स्वागतम् नूतन वर्ष (कविता) - मुकेश कुमार 'ऋषि वर्मा'
स्वागतम् नूतन वर्ष
(कविता)
कुदरत ने रंग दिखाया |
प्यारा नूतन वर्ष आया ||
फैल गयी घर-घर में,
स्नेह-मुहब्बत की लहर |
छाई उमंग हर गाँव-शहर ||
महक रहे सरसों जैसे मन |
चहक रहे जन-जन के तन ||
नये साल में अच्छाई का
हम सब मिलके प्रण करें |
निबलों-विकलों के दु:ख हरें ||
मजबूत बने विश्वास हमारा |
मिले खुशिओं भरा पिटारा ||
राष्ट्र हमारा नित करे विकास
निश्चय हर दिन हो त्यौहार |
मधुर रहे आपसी व्यवहार ||
आओ सब साथी गले मिलें |
मिलकर मंजिल की ओर चलें ||
स्वागतम् नूतन वर्ष तुम्हारा,
सुख-शांति सद् भावना |
लेकर हर घर में आना ||
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
सृजन रचानाएँ
-
►
2021
(72)
- ► April 2021 (1)
- ► February 2021 (1)
-
►
2020
(982)
- ► December 2020 (71)
- ► November 2020 (72)
- ► October 2020 (86)
- ► September 2020 (61)
- ► August 2020 (89)
- ► April 2020 (77)
- ► March 2020 (113)
- ► February 2020 (116)
- ► January 2020 (211)
-
▼
2019
(402)
- ▼ December 2019 (169)
- ► November 2019 (156)
No comments:
Post a Comment