*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Thursday, 16 January 2020

लहू में डूबता प्याला (कविता) - सरिता सरस

लहू में डूबता प्याला 
(कविता)
कहीं सर्दी भयंकर है
कहीं है भूख की ज्वाला ,
कहीं महफ़िल मचलती है
कहीं ढलती मदिर हाला !

कहीं पर रेशमी परिधान में
कुछ लोग बसते हैं ,
कहीं नंगे बदन ठिठुरे
दुशाले को तरसते हैं !

सड़क से रोज संसद तक
मचाया शोर है जाता ,
यहाँ भूखे हजारों हैं
निवाला मिल नहीं पाता !

सृजन के पीर में लिपटी
गमों के नीर में आँखें ,
कहीं से आ रही भर-भर
लहू में डूबता प्याला !

सिसकती बीनती बेटी
कहीं इक भूख का टुकड़ा ,
वहीं कुछ राज करते हैं
पहन कर भूख की माला !

वतन का कल इधर बेवश
तड़पता चंद चिथड़ों में ,
वसन धारण किए जो श्वेत
उनका है हृदय काला !

बची जो जिंदगी उधड़ी
उसे सीती रही है माँ ,
उधर निर्धन पिता के पाँव
हैं लथपथ ,पड़ा छाला !
-०-

पता:
सरिता सरस
गोरखपुर (उत्तर प्रदेश)

-०-


***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ