*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Friday, 13 March 2020

मनहरण (घनाक्षरी छंद) - अख्तर अली शाह 'अनन्त'


मनहरण
(घनाक्षरी छंद)
******
लो गुलाल से रंगेंगे ,गालों को तुम्हारे हम,
होली आई है तो खाली,जाने कैसे पाओगे।
मेंहदी के चूर्ण से ये, किया जो तैयार आज ,
हरे रंग से बदन ,को कैसे बचाओगे ।।
पीला रंग हल्दी और,बेसन मिलाके बना,
अपनी त्वचा को आज,तुम चमकाओगे।
अनार के दानों से जो,बनाया है रंग लाल,
भीग गए तो "अनंत, सबको रिझाओगे ।।
*****
लाल गुडहल के ये, फूलों ने तैयार किया,
लाल रंग भाल पे ये ,आज लग जाने दो ।
और फूल गेंदा से जो,पीला रंग बनाया है,
गालों पर बैठ इसे, गीत कोई गाने दो ।।
तुलसी की और गुलमोहर की पत्तियों से,
हरा रंग निकला जो शीश को सजाने दो ।
आ गए "अनंत"यदि,काया न बेरंग रखो,
यार बनाया है मुझे यारी को निभाने दो ।।
*****
बनता है काला रंग,लेडआक्साइड वाला,
करता डेमेज गुर्दे, कभी ना लगाईये ।
कॉपर सल्फेट से जो, हरा रंग बनता है,
बनाता है अंधा कभी, पास मत जाईये।
मर्करी सल्फेट से जो,रंग लाल निकला है,
कैंसर त्वचा का करें ,खुद को बचाईये ।।
रंग रूपहला एल्यूमिनियम ब्रोसाइट ,
बनाता "अनंत" इसे, टाटा कर आईये ।।-0-
अख्तर अली शाह 'अनन्त'
नीमच (मध्यप्रदेश)
-०-

***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ