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Friday, 13 March 2020

तेरे प्यार में... (कविता) - नरेन्द्र श्रीवास्तव

तेरे प्यार में...
(कविता)
पास तुझे पाकर मेरा दिल,
प्यार में यूँ तरबतर हुआ।
मुझको मेरी खबर नहीं थी,
पा तुझको,मैं बेखबर हुआ।।

तेरे आने की खुशबू से
मौसम,मधुवन महक रहे
चाँद-सितारे चमक रहे हैं
पशु-पक्षी भी चहक रहे
चले पवन के झोंके सरसर
हर्षित पल हर पहर हुआ।

बजने लगी पाँव की पायल
हाथों की चूड़ी खनकी
झूम उठा आँखों का काजल
माथे की बिंदिया चमकी
छुअन तेरी से शीतल तन-मन
पोर-पोर पे असर हुआ।

अधर व्यथा न कह पाये कुछ
दिल भी चुप खामोश रहा
दीवाने दिल की बेताबी
मुझे न होश हवाश रहा
चाहत दिल की,पा नजदीकी
शुरू प्रेम का सफर हुआ।
-०-
संपर्क 
नरेन्द्र श्रीवास्तव
नरसिंहपुर (मध्यप्रदेश)  
-०-

***
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