तेरे प्यार में...
(कविता)
प्यार में यूँ तरबतर हुआ।
मुझको मेरी खबर नहीं थी,
पा तुझको,मैं बेखबर हुआ।।
तेरे आने की खुशबू से
मौसम,मधुवन महक रहे
चाँद-सितारे चमक रहे हैं
पशु-पक्षी भी चहक रहे
चले पवन के झोंके सरसर
हर्षित पल हर पहर हुआ।
बजने लगी पाँव की पायल
हाथों की चूड़ी खनकी
झूम उठा आँखों का काजल
माथे की बिंदिया चमकी
छुअन तेरी से शीतल तन-मन
पोर-पोर पे असर हुआ।
अधर व्यथा न कह पाये कुछ
दिल भी चुप खामोश रहा
दीवाने दिल की बेताबी
मुझे न होश हवाश रहा
चाहत दिल की,पा नजदीकी
शुरू प्रेम का सफर हुआ।
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