आग में तपकर, सोना कुंदन का रूप लेता है
संघर्ष के बल पर ही सफलता हाथ लगती है।
दीवा - स्वप्न है बेकार
पुरुषार्थ को बनाए हथियार
लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित कर,
अपने सपनों को हकीकत का रूप दे
न रुको, न थको , बस आगे बढ़ो
राह की विपत्तियों से न डरो
मन में दृढ़ संकल्प हो
ईश्वर पर भरोसा
व खुद पर विश्वास
तू जंग जीत जायेगा
आज की कोशिशों से,
तू कल को बनायेगा ।
-०-
पता
गजानन पाण्डेय
हैदराबाद (तेलंगाना)
-०-
Saturday, 24 October 2020
तू जीत जायेगा (कविता) - गजानन पाण्डेय
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कविता महोत्सव
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