*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Wednesday, 20 November 2019

कौन सा योग करें (गीत) - राजपाल सिंह गुलिया


कौन सा योग करें
(गीत)
भूख लगे ना हमें भूप जी ,
कहो कौन सा योग करें .

चिपक गया है पेट पीठ से ,
देह आज कंकाल हुई .
बिना योग के बढ़ती बिटिया ,
बनकर खड़ी सवाल हुई .
कैसे मन को मारें , कैसे ,
सुख सुविधा उपभोग करें .

पीला सोना मंडी आकर ,
पाँव तले सबके पिसता .
घाव दिया है पनही ने जो ,
रोज रात को है रिसता .
दिया नमक था दवा बताकर ,
क्या उसी का प्रयोग करें .
रामू रहमत बन बैठे हैं ,
जात धर्म के दोय धड़े .
रामखिलावन घूरे सबको ,
जिस दिन से हैं वोट पड़े .
प्रेमभाव क्यों घटा जनों में ,
गठित आप आयोग करें .
-०-
राजपाल सिंह गुलिया
झज्जर (हरियाणा)
 -०-
***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ