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Thursday, 23 January 2020

अशोक आनन के हाइकु (हाइकु) - अशोक आनन


अशोक आनन के हाइकु
(हाइकु)
पेट पे लात 
मारकर वे बोले - 
शुभ -प्रभात । 
***** 
पूछो न प्यारे 
कोल्हू के बैलों जैसे - 
हाल हमारे । 
***** 
पेट ने किया - 
उम्र भर लाचार । 
जीवन - सार । 
***** 
पेट न होता 
शब्दकोश में शब्द - 
' भूख़ ' न होता । 
***** 
नाचतीं रहीं - 
तवे पर रोटियां । 
पेट के लिए । 
***** 
आंख न लगी - 
लौट गए सपने । 
पेट था खाली । 
***** 
मत देखिए- 
भूखे मर जाओगे ‌। 
रोटी में धर्म । 
***** 
पेट के ठीए । 
भूख के , भूख द्वारा 
भूख के लिए । 
***** 
रांधती रही - 
भूख सारी उमर । 
पेट न भरा ।
-०-
पता:
अशोक 'आनन'
शाजापुर (म.प्र.)

-०-




***
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