*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Friday, 24 January 2020

जाड़ा दूर भगाना तुम (कविता) - डॉ. प्रमोद सोनवानी

जाड़ा दूर भगाना तुम
(कविता)
सूरज भैया जल्दी आकर ,
जाड़ा दूर भगाना तुम ।
सर - सर , सर - सर हवा चल रही ,
गर्मी हमें दिलाना तुम ।।1।।

जाड़ा के इन दिनों में ,
दूर कहीं मत जाना तुम ।
पास हमारे रहकर भैया ,
जाड़ा दूर भगाना तुम ।।2।।

जाड़ा हमें कपाता थर - थर ,
उसे तनिक समझना तुम ।
ठिठूरन में कांपे न कोई ,
जाड़ा दूर भगाना तुम ।।3।।
-०-
डॉ. प्रमोद सोनवानी
रायगढ़ (छतीसगढ़)


***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ