बेटियों की सुरक्षा
(कविता)
करें विस्मृत अतीत को वर्तमान से सन्तुलन करें।।
आँख नम हो गई सुन शहीदों के परिवार की बातें।
आओ हम वतन की हिफाजत के रखवालों की बात करें।।
दे सके न जान सरहद पर भले ही हम दोस्तों।
मगर देश हित छोटे छोटे काम अवश्य शुरू करें।।
हम सुभाष आज़ाद भगतसिंह के देश से हैं याद रखो।
स्वाभिमान से स्वच्छन्द उड़ने की फिर से बात करें।।
बेटियों को बचाने का नारा देकर चुप जो बैठ गए।
उनको जगाकर बेटियों की सुरक्षा की बात करें।।
-०-
राजेश कुमार शर्मा"पुरोहित"
कवि,साहित्यकार
झालावाड़ (राजस्थान)
झालावाड़ (राजस्थान)
-०-
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