कोटा शहर के
(कविता)
कोटा में नवजात शिशुओं की मौत पर
***
रोज़ गिन रही हूँ....।
कोटा शहर के ,जे.के.लोन अस्पताल में,
नवजात शिशुओं की मौत का आँकड़ा,
जो पार कर गया सैकड़ा।
माँओंकी उजड़ रही गोद,
सुन रही हूँ....,
ख़ामोशी का पसरता शोर।
सरकार उदासीन...,संवेदनहीन..।
कैसे होगा इसका निवारण..?
जानना होगा, इसका कारण ।
ठण्डी बयार ...? उपचार का अभाव...?
या ख़राब उपकरण ..?
जनता जानने को बेताब,
दम तोड़ चुके वेंटिलेटर, वार्मर ख़राब।
चिकित्सा सेवाओं में बरती लापरवाही,
प्रशासन को ख़ामियाँ ,नज़र नहीं आ रही।
मासूमों की मौत पर राजनीति ...?
बयान बाज़ी...?
नेताओं पर पैसे की बर्बादी..?
क्या होगा इससे ज़्यादा शर्मनाक..?
कैसे मिले सरकार की,योजनाओं का लाभ?
ताकी शिशुओं का हो पाए,
समय पर इलाज ।
मासूमों की मौत पर,
राजनीति का सिलसिला चलता रहेगा,
प्रशासन मंत्रियों की आवभगत में व्यस्त रहेगा ?
संवेदनहीनता बरक़रार रहेगी ?
इंसानियत शर्मसार रहेगी ?
क्यों नहीं तय कर पा रहा प्रशासन ?
लापरवाही किसकी ज़िम्मेवारी है ?
ऐसा लगता है....,
संवेदनहीनता ही बच्चों की हत्यारी है।
-०-
पता
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रोज़ गिन रही हूँ....।
कोटा शहर के ,जे.के.लोन अस्पताल में,
नवजात शिशुओं की मौत का आँकड़ा,
जो पार कर गया सैकड़ा।
माँओंकी उजड़ रही गोद,
सुन रही हूँ....,
ख़ामोशी का पसरता शोर।
सरकार उदासीन...,संवेदनहीन..।
कैसे होगा इसका निवारण..?
जानना होगा, इसका कारण ।
ठण्डी बयार ...? उपचार का अभाव...?
या ख़राब उपकरण ..?
जनता जानने को बेताब,
दम तोड़ चुके वेंटिलेटर, वार्मर ख़राब।
चिकित्सा सेवाओं में बरती लापरवाही,
प्रशासन को ख़ामियाँ ,नज़र नहीं आ रही।
मासूमों की मौत पर राजनीति ...?
बयान बाज़ी...?
नेताओं पर पैसे की बर्बादी..?
क्या होगा इससे ज़्यादा शर्मनाक..?
कैसे मिले सरकार की,योजनाओं का लाभ?
ताकी शिशुओं का हो पाए,
समय पर इलाज ।
मासूमों की मौत पर,
राजनीति का सिलसिला चलता रहेगा,
प्रशासन मंत्रियों की आवभगत में व्यस्त रहेगा ?
संवेदनहीनता बरक़रार रहेगी ?
इंसानियत शर्मसार रहेगी ?
क्यों नहीं तय कर पा रहा प्रशासन ?
लापरवाही किसकी ज़िम्मेवारी है ?
ऐसा लगता है....,
संवेदनहीनता ही बच्चों की हत्यारी है।
-०-
पता
श्रीमती कमलेश शर्मा
जयपुर (राजस्थान)
-0-
मार्मिक रचना
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