*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Wednesday 19 February 2020

फलो-फूलो (कविता) - संगीता ठाकुर (नेपाल)


फलो-फूलो
(कविता)
तुम फलो–फूलो
और खूब बढ़ो
सूरज–चाँद पर
उड़ान भरो ।
दिन–रात चौगुणा
विस्तार बनो
जीवन में आगे तुम
शिर्ष रहो ।
नव वर्ष तेरे नव जीवन में
आकर नव खुशियाँ
खूब बाँटे
मानव होकर
तुम मानव का
भरपुर जग में
सहयोग करो ।
हर पिछड़े, भूखे
जन, धन का
अपने बल से
उपकार करो ।
जीवन में खुशियाँ
खूब लूटो ।
हर मन के उस नफरत को
प्रेम अमृत से
उसे ध्वस्त करो ।
मानव होने का नाज सदा
उस प्रभु का यह
उपकार समझो
नव वर्ष में अपने नव कर्म से
मन के उपवन में खूब खिलो
कर्ममय अपने खुशबू से
इस जग को सुगन्धित
और खुशहाल करो
मानव होने का नाज करो ।।-०-
संगीता ठाकुर
ललितपुर (काठमांडू - नेपाल)



***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

1 comment:

  1. बहुत बहुत आभार है आदरणीय राजन शर! एवं संपादक मंडल यह कविता प्रकाशित करने के लिये।

    ReplyDelete

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ