*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Tuesday, 3 March 2020

चंदा के पार (कविता) - दीपिका कटरे

चंदा के पार
(कविता)
सुन - सुन, सुन - सुन,
सुन मेरे यार ,
आजा ले चलूँ मैं,
तुझे चंदा के पार।

चंदा के पार है,
एक नया संसार,
वहीँ पैं, उगेगा,
एक नया भैंसार।
वहीँ पैं करेंगे,
दिल खोलकर प्यार।

सुन - सुन ,सुन-सुन,
सुन मेरे यार।
आजा ले चलूँ मैं,
तुझे चंदा के पार।

तेरी बाँहो आकर,
बिखर जाऊँगी।
धीरे से यूँ मैं ,
सिमट जाऊँगी।
अंग अंग से मैं ,
लिपट जाऊँगी।

मैं मिट्टी,
तु बन कुम्हार।
दे - दे मुझे कोई ,
तु नया आकार।

सुन -सुन ,सुन-सुन,
सुन मेरे यार।
आजा ले चलूँ मैं,
तुझे चंदा के पार।

मैं बिजली ,
तु घट बन जा।
मेरी जुल्फों की ,
तु लट बन जा।
सँवारु तुझको,
सुबह और शाम।
आजा ले चलूँ मैं,
तुझे चंदा के पार।

सुन-सुन , सुन-सुन ,
सुन मेरे यार ।
आजा ले चलूँ मैं,
तुझे चंदा के पार।
-०-
पता:
दीपिका कटरे 
पुणे (महाराष्ट्र)

-०-

***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ