(कविता)
काल के फंदे से हमको छुडाओ
हे मां शेरावाली ।।
करोना के पंजे से हमको बचालो
हे वैष्णव महारानी मां......
हे शारदे किरपा करो महामाई
बचा लो मैंया छुडा लो भैया
चरणों में तेरी जयकार जयकार रे-- हे शारदे
धरती पे कैसा वाइरस आया
मौत का खतरा छाया
मुह फैला कर मासूमों को
अपना ग्रास बनाया
तुझपे सबकी है श्रद्धा अपार
बचालो मैया छुड़ा लो मैया
चरणों में तेरे जयकार जयकार रे --- हे शारदे
2-- वैसे तो इंसा ने खुद अपने
पाव कुल्हाड़ी दे मारी
जैसी उसकी करनी थी तो
ये सजा भी कम ही है माई
सबका जीवन हुआ दुश्वार
बचा लो मैया छुड़ा लो मैया
चरणों में तेरी जयकार जयकार रे -- हे शारदे
3-- तुम हो हमारी प्यारी माता
भक्तो की दुख हरता
जिसका नहीं गर कोई जगत में
तेरे प्रेम से भरता
अपने बच्चो को तू ही सम्हाल
ओ शेरा वाली ,पहाड़ा वाली
चरणों में तेरी जयकार जयकार री हे शारदे --
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