बस प्रेम का नाम मिले तुमको
(मुक्तक)
जिस गली से भी गुज़रो बस
मुस्कराता सलाम हो तुमको।
किसी की मदद तुम कर सको
बस यही पैगाम हो तुमको।।
दुआयों का लेन देन हो तुम्हारा
बस दिल की गहराइयों से।
प्रभु से करो ये गुज़ारिश कि
बस यही काम हो तुमको।।
-०-
No comments:
Post a Comment