अयोध्या लौट आओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
हे इक्ष्वाकु सूर्य पुरुषोत्तम जगत के
भूल बैठे ज्ञान पथ से हम भटक के
पथ प्रदर्शक तुम्हीं ध्रुव सा जगमगाओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
है कहाँ वह लखन जो रिश्ते निभाए
उर्मिला सी नार जग वापस न पाए
सैकडों रावण से सीता को बचाओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
झूठ सम्मुख सत्य अब कैसे टिकेगा
राज तम का व्याप्त उजियाला बिकेगा
आसुरी शक्ति के सागर को सुखाओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
तप,करुणा,त्याग जग के मन से रीता
माया बल से पुनः बाली युद्ध जीता
धर्म सिंहासन पे सुग्रीव को बिठाओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
सह लिया वनवास त्रेतायुग से ज्यादा
लौट आओ धाम अब कैसी है बाधा
आज मंगलगीत मिलकर साथ गाओ
राम फिर से तुम अयोध्या लौट आओ।
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सूर्यकरण सोनी 'सरोज'
मु.पो.- करजी, नई आबादी
(राजकीय बालिका विद्यालय के पास)
तहसील-बागीदौरा ,जिला- बाँसवाड़ा (राजस्थान) 327604
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bahut khub✍️👏
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत 👌👌
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteWish to reach the pinnacle of success...love u brother...
ReplyDeleteNice very nice
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर ।
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