हिन्दी वर्णमाला के स्वरों की गज़ल
(ग़ज़ल)
अमन-चैन से रहें सभी का हम सम्मान करें,
आओ तम में दीप जलाकर जग उजियार करें|
इस धरती के रावण का सब मिलकर नाश करें,
ईश वन्दना कर असुरों का हम संहार करें |
उनको अपना मीत बना लें जो हैं दूर खड़े,
ऊँच-नीच का बन्धन तोड़ें सबसे प्यार करें|
एक रहें हम नेक बनें हम नारा यही रहे,
ऐब मिटाकर हृदय-हृदय से मन को साफ़ करें|
ओज-शौर्य हो प्रभा-कान्ति हो ऐसा रूप दिखे,
औरों के हित जियें सभी हम यह अरदास करें |
अंग लगाकर दीन-दुखी के दुःख को दूर करें,
अः से आह मिटाकर सबका हम कल्याण करें|
ऋ से मतलब रखें और हम सारे अक्षर जानें,
ॠ से भी कुछ रहे वास्ता सबका पाठ करें|
ऌ एक स्वर है इसको भी आओ पढ़ें-पढ़ायें,
ॡ में भी है मन्त्र छुपा इसका भी मान करें|
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धन्यवाद
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