शायर हो जाएगा
(गजल)
जब जब अंतर हो जाएगाजीना दूभर हो जाएगा
हम दोनों की उल्फ़त देखो
प्यारा मन्जर हो जाएगा
मुझको पूरा पढ लेगा तो
ढाई आखर हो जाएगा
तू परख न पाया उसको तो
हीरा पत्थर हो जाएगा
मुश्किल से ग़र तार दिया तो
साथी शंकर हो जाएगा
नदियाँ का जल मिलते मिलते
गहरा सागर हो जाएगा
दीपा की तुकबंदी सुनकर
तू भी शायर हो जाएगा
-०-
पता
श्रीमती दीपा परिहार
जोधपुर (राजस्थान)
वाह ! वाह !!
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