स्वच्छ भारत अभियान
(कविता)
स्वच्छ भारत अभियान हमारा हमको सफल बनाना है
कूड़ा फेंको कूड़ेदान में सबको हमे बताना है।
शौच खुले में करना तो रोगाणु को आमंत्रण है
नित्य शौचालय का करो प्रयोग सबको हमें बताना है ।
गंदगी और बीमारी का साथ-साथ का नाता है
साफ सफाई करके अपना सुंदर शहर बचाना है ।
पार्क सड़क और गाड़ी में कूड़ा नहीं फैलायेंगे
थोड़ा कठिन है रास्ता फिर भी हम सब को अपनाना है।
काम नहीं केवल सरकारों का सबको यही बताना है
जिम्मेदारी सबकी मिलकर सबको भार उठाना है।
प्लास्टिक का ना करे प्रयोग जन जन को बतलाना है
औरो को ना भाषण दे खुद को भी अपनाना है।
ताजा ढका हुआ खाना ही हमको सबको खाना है
खुले में रखे कटे फलों को मुँह को नहीं लगाना है।
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कूड़ा फेंको कूड़ेदान में सबको हमे बताना है।
शौच खुले में करना तो रोगाणु को आमंत्रण है
नित्य शौचालय का करो प्रयोग सबको हमें बताना है ।
गंदगी और बीमारी का साथ-साथ का नाता है
साफ सफाई करके अपना सुंदर शहर बचाना है ।
पार्क सड़क और गाड़ी में कूड़ा नहीं फैलायेंगे
थोड़ा कठिन है रास्ता फिर भी हम सब को अपनाना है।
काम नहीं केवल सरकारों का सबको यही बताना है
जिम्मेदारी सबकी मिलकर सबको भार उठाना है।
प्लास्टिक का ना करे प्रयोग जन जन को बतलाना है
औरो को ना भाषण दे खुद को भी अपनाना है।
ताजा ढका हुआ खाना ही हमको सबको खाना है
खुले में रखे कटे फलों को मुँह को नहीं लगाना है।
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पता:
राजीव कपिलहरिद्वार (उत्तराखंड)
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सुन्दर जागरुक कविता के लिये आँप को बहुत बहुुत बधाई है आदरणीय !
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