खबरदार! ऐ चीन
(कविता)
दुनिया के भौगोलिक नक्शे पर ,
एक वार नजर गड़ाकर देख ऐ चीन !
छेड़खानी करने की हिम्मत ना करना
हमारा भारत सबसे सुन्दर दिखता है ।
पूर्वोत्तर राज्यों की आकृति में जैसे ,
लहराता तिरंगा साक्षात झलकता है ।
विश्व बंधुत्व की भावनात्मक संदेश पर ,
हर पल कटिबद्धता में होकर लीन ;
आगे बढकर तत्परता दिखाता है ।
तभी तो अपना देश सबका चहेता है ,
विश्व भर में शांति का दूत बनकर ;
अपनी शान्ति संदेश बिखेरता है ।
दुश्मन हो या फिर दोस्त सभी पर,
आँख बन्द कर के विश्वास करता है ।
सभी की भलाई के लिए आगे बढकर ।
मिलकर समस्या का समाधान करता है ,
टेढी आंखे दिखाए कोई अगर तो ;
उसकी हस्ती मिटाकर हीं दम लेता है ।
चार फुट के तेरे बौने जवानों पर ,
अपना सात फुट का बलिष्ठ हिन्दुस्तानी ;
हर कायदे से भारी पड़ता है ।
बाज आ अपनी हरकतों से ऐ चीन !
तेरा काला झूठ और मक्कारी वाली चाल
हिन्दुस्तान का अब हर बच्चा जानता है ।
गवाह मिलेगा इतिहास के हर पन्ने पर ,
भारत पहल हरगिज नही करता है ।
बड़े प्यार और नर्मी से पेश आता है ,
धोखे से अगर कोई खंजर घोपे तो ;
उसकी गर्दन मरोड़कर चटकाने की भी ;
हर भारतीय हिम्मत यह रखता है ।
एक वार नजर गड़ाकर देख ऐ चीन !
छेड़खानी करने की हिम्मत ना करना
हमारा भारत सबसे सुन्दर दिखता है ।
पूर्वोत्तर राज्यों की आकृति में जैसे ,
लहराता तिरंगा साक्षात झलकता है ।
विश्व बंधुत्व की भावनात्मक संदेश पर ,
हर पल कटिबद्धता में होकर लीन ;
आगे बढकर तत्परता दिखाता है ।
तभी तो अपना देश सबका चहेता है ,
विश्व भर में शांति का दूत बनकर ;
अपनी शान्ति संदेश बिखेरता है ।
दुश्मन हो या फिर दोस्त सभी पर,
आँख बन्द कर के विश्वास करता है ।
सभी की भलाई के लिए आगे बढकर ।
मिलकर समस्या का समाधान करता है ,
टेढी आंखे दिखाए कोई अगर तो ;
उसकी हस्ती मिटाकर हीं दम लेता है ।
चार फुट के तेरे बौने जवानों पर ,
अपना सात फुट का बलिष्ठ हिन्दुस्तानी ;
हर कायदे से भारी पड़ता है ।
बाज आ अपनी हरकतों से ऐ चीन !
तेरा काला झूठ और मक्कारी वाली चाल
हिन्दुस्तान का अब हर बच्चा जानता है ।
गवाह मिलेगा इतिहास के हर पन्ने पर ,
भारत पहल हरगिज नही करता है ।
बड़े प्यार और नर्मी से पेश आता है ,
धोखे से अगर कोई खंजर घोपे तो ;
उसकी गर्दन मरोड़कर चटकाने की भी ;
हर भारतीय हिम्मत यह रखता है ।
सुरेश शर्मा
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