नूतन वर्षाभिनंदन
(कविता)
नूतन वर्षाभिनंदन।
शोभित हो आपके मस्तक पर अक्षत चंदन।
तन स्वस्थ रहें, मन प्रसन्न रहें,
सब सफल हों, सुखी संपन्न बनें,
जननी जन्मभूमि का, करें सब सादर वंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन।
हर परिवार में प्यार का दरिया बहे,
दोस्तों में मोहब्बत का जरिया रहे,
देश का हर कोना हो, जैसे सुरभित नंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन।
निर्धन वंचितों को शक्ति मिले,
महंगाई भ्रष्टाचार से मुक्ति मिले,
अब सुनाई न दे,किसी कली का क्रंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन ।
राजा और प्रजा में विश्वास बढ़े,
देश हमारा उन्नति के सोपान चढ़े,
आंखों में सपने हो,सांसों में हो स्पंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन, नूतन वर्षाभिनंदन।।-०-
पता-
तन स्वस्थ रहें, मन प्रसन्न रहें,
सब सफल हों, सुखी संपन्न बनें,
जननी जन्मभूमि का, करें सब सादर वंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन।
हर परिवार में प्यार का दरिया बहे,
दोस्तों में मोहब्बत का जरिया रहे,
देश का हर कोना हो, जैसे सुरभित नंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन।
निर्धन वंचितों को शक्ति मिले,
महंगाई भ्रष्टाचार से मुक्ति मिले,
अब सुनाई न दे,किसी कली का क्रंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन ।
राजा और प्रजा में विश्वास बढ़े,
देश हमारा उन्नति के सोपान चढ़े,
आंखों में सपने हो,सांसों में हो स्पंदन।
नूतन वर्षाभिनंदन, नूतन वर्षाभिनंदन।।-०-
पता-
प्रकाश तातेड़
उदयपुर(राजस्थान)
-०-
लाजवाब कविता👌👌
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