छोडो बीती बातें
(लघुकथा)
क्या कहा-क्या सुना-क्या खोया क्या पाया. छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया. सूरत नही देखी जिनकी जाने कितने साल से बात नहीं होती महीनों कैसे हो किस हाल से उनका भी पैगाम फोन पे सुबह-सुबह ले आया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
नाचो-गाओ धूम मचाओ गीत खुशी के गाओ भूले बिसरे लोगों को भी शुभ संदेश सुनाओ भूल जाओ जो मिला नहीं सोचो क्या है पाया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
बच्चे खाते केक पेस्ट्री और उड़ाते गुब्बारे कवियों की वाणी से भी खूब छूटते फ़व्वारे गजलों की महफिल को देख चाँद भी मुस्काया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
शुभ और मंगलमय हो सबका आने वाला कल खुशियों से भरपूर रहे जीवन का हर पल 'अंजू'दिल ने झूम-झूम कर गीत यही है गाया. छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
क्या कहा-क्या सुना-क्या खोया क्या पाया. छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया. सूरत नही देखी जिनकी जाने कितने साल से बात नहीं होती महीनों कैसे हो किस हाल से उनका भी पैगाम फोन पे सुबह-सुबह ले आया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
नाचो-गाओ धूम मचाओ गीत खुशी के गाओ भूले बिसरे लोगों को भी शुभ संदेश सुनाओ भूल जाओ जो मिला नहीं सोचो क्या है पाया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
बच्चे खाते केक पेस्ट्री और उड़ाते गुब्बारे कवियों की वाणी से भी खूब छूटते फ़व्वारे गजलों की महफिल को देख चाँद भी मुस्काया छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
शुभ और मंगलमय हो सबका आने वाला कल खुशियों से भरपूर रहे जीवन का हर पल 'अंजू'दिल ने झूम-झूम कर गीत यही है गाया. छोड़ो बीती बातें कल की नया साल है आया.
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