बापू तुम्हें एक बार पुनः जन्म लेना होगा
(कविता)
(कविता)
अहिंसा वाले देश में हिंसा का दौर चल रहा है
आगजनी और हिंसा का तांडव मचा है
बात बात में मारामारी मची है
सत्य व अहिंसा की खिल्ली उड रही हैं
मानवता रो रही हैं
गांधी का दर्शन आज मात्र किताबों में रह गया है
हे बापू ! तुम्हें एक बार पुनः जन्म लेना होगा
हिंसा के माहौल को शान्त करना होगा
पाठ्य पुस्तकों में गांधीवादी चिन्तन को
कूट कूट कर भरना होगा
गांधी को समझने के लिए
हमें गांधी को जीना होगा
उन्हें अपने में संजोना होगा
यही गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि होगी
बापू हर परिस्थिति में
सकारात्मक रहते थे
उनकी ईश्वर के प्रति अटूट आस्था
और
विश्वास था वे हर काम को
ईश्वर का दिया हुआ मानकर चलते थे
यही वजह थी कि वे सबको बराबर मानते थे
बापू तुम्हें एक बार पुनः जन्म लेना होगा
भारत माता की रक्षा हेतु
राष्ट्र विरोधी ताकतों को भगाना होगा
अमनचैन और भाईचारे की भावना को
पुनः स्थापित करना होगा
विश्व बंधुत्व की भावना को लाना होगा
सबका भला हो , सबका कल्याण हो
प्रेम का सागर भरना होगा
खुशहाल भारत बनाना होग
बापू तुम्हें एक बार पुनः जन्म लेना होगा
-०-
सुनील कुमार माथुरजोधपुर (राजस्थान)

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Very nice
ReplyDeleteबहुत ही प्रेरणा दायक प्रसंग है
ReplyDeleteGood
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