कोरोना से मुक्ति
(कविता)
कार्तिक मास की
आमावस में लक्ष्मी भ्रमण
पर निकली कोरोना काल में |
कोरोना से फैला
तमस को मिटा प्रज्वलित
ज्योती जगाकर नयी स्फूर्ति
भर नये प्रादुर्भाव लेगी माँ |
धनथेरेस पर खरीददारी
कर घी का दीया जलाकर
प्रत्येक कोने को प्रकाशित
करते कोरोना को मुक्ति देना है |
श्रीगणेश, लक्ष्मी पूजा
कर शांति व समृद्धि
पाना है कोरोना भगाना है |
राम, कृष्ण के भक्तों
ने तो रावण, नरकासुर
वध के प्रतीक भी खुशियों
का पर्व मनायेंगे |
हम प्रार्थना करें प्रभु से
कोरोना को संहार करने
हेतु अवतरण लेलो फिर
एक बार |
आमावस में लक्ष्मी भ्रमण
पर निकली कोरोना काल में |
कोरोना से फैला
तमस को मिटा प्रज्वलित
ज्योती जगाकर नयी स्फूर्ति
भर नये प्रादुर्भाव लेगी माँ |
धनथेरेस पर खरीददारी
कर घी का दीया जलाकर
प्रत्येक कोने को प्रकाशित
करते कोरोना को मुक्ति देना है |
श्रीगणेश, लक्ष्मी पूजा
कर शांति व समृद्धि
पाना है कोरोना भगाना है |
राम, कृष्ण के भक्तों
ने तो रावण, नरकासुर
वध के प्रतीक भी खुशियों
का पर्व मनायेंगे |
हम प्रार्थना करें प्रभु से
कोरोना को संहार करने
हेतु अवतरण लेलो फिर
एक बार |
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पता:
हार्दिक बधाई है शर!
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