*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Thursday 7 November 2019

दायरा प्यार का (ग़ज़ल) - संजय कुमार गिरि


दायरा प्यार का 
(ग़ज़ल)
दायरा प्यार का बढ़ाना है
दोस्तों को भी आजमाना है

दोस्तों के लिए ही;जीता हूँ
फ़िक्र कैसी की क्या निभाना है

आज हम रूबरू हुए लेकिन
प्यार का सिलसिला पुराना है

बस रहे दिल में जो मेरे अपने
घर उन्हीं के ही' आना' जाना है

पार हद से कहीं ना हो जाऊं
आज ये दिल भी' आशिकाना है
शायरी का हुनर है जिसको भी
महफ़िलों में वही सयाना है

वायदा आज ये करो "संजय"
एक दिन रंग भी ज़माना है
-०-
संजय कुमार गिरि 
चित्रकार ,पत्रकार एवं कवि 
जे -288 /3 ,करतार नगर ,गली न 10 ,
सरस्वती मॉर्डन पब्लिक स्कूल, शिव मंदिर 
दिल्ली

-०-


***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ