*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Sunday, 2 August 2020

वरदानी वृक्ष (कविता) - मानसिंह राठौड़

वरदानी वृक्ष
(कविता)
आठों पहर खड़ा अरण्य में,
शीत गर्मी वर्षा सब सहता है।
धीरजवान उस वृक्ष को देखो,
किसी से कुछ नही कहता है ।

फल,फूल और छाया देता सदा,
प्राण वायु का करता संचार है।
संजीवन रूपी वह वृक्ष निराला,
जो मानुष जीवन का आधार है ।

बादल भी पाकर नमी वृक्षों से,
रिमझिम पानी बरसा जाता है।
वरदानी वृक्ष बनकर किसानों के,
मुस्कान होठों पर ले आता है ।


थके पथिक को राहत देता,
पक्षियों का वह घर बसेरा है।
उछल-कूद करते बच्चों का,
बाल लीलाओं का एक घेरा है ।

कभी नीम नारायण बनकर
रूप भगवान का धरता है ।
कभी धरकर रूप तुलसी का
घर आँगन पावन कर जाता है ।।
-०-
पता:
मानसिंह राठौड़
बाड़मेर (राजस्थान)

-०-



रेणू अग्रवाल जी की रचनाएं पढ़ने के लिए शीर्षक चित्र पर क्लिक करें! 

***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ