(कविता)
भारत की शान है हिंदी।
देश की धड़कन है हिंदी।
स्वाभिमान की भाषा है हिंदी।
आत्म सम्मान की आशा है हिंदी।
दीया-बाती की रोशनी है हिंदी।
मां की ममता का सागर है हिंदी।
पिता की कठोरता की सीख है हिंदी।
परिवार का पलता दुलार है हिंदी।
भारत का यश-गायन है हिंदी।
ऋतुराज की मनमोहक फुलवारी है हिंदी।
संगीत के सुरों की साज है हिंदी।
मां वीणापाणी का वरदान है हिंदी।
भारत की बढ़ती-पहचान कराती,
विश्व में लोकप्रिय बनी,महान् है हिंदी।
कवियों के छंदों की श्रृंगार है हिंदी।
संस्कारों की अद्भुत खान है हिंदी ।
साहित्यकारों की शान है हिंदी।
शिक्षकों के कलम की तकदीर है हिंदी।
मनभावों के रंगों की रंगोली है हिंदी।
सभ्यता-संस्कृति का सौंदर्य है हिंदी।
गीतों में फनकारों की गूंज है हिंदी।
विश्व में घुलमिलती अद्भुत है हिंदी।
दुनिया में शब्दकोश का भंडार है हिंदी।
आज जन-जन में प्रेम-दुलार को बाँटती मधुर आवाज है हिंदी।
भारत माता के श्रृंगार की बिंदी है हिंदी।
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डॉ. कान्ति लाल यादव
(सामाजिक कार्यकर्ता)-०-
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