हिंदी ही है पहचान हमारी
(कविता)
हिन्दी प्यारी हिन्दुस्तानी हमारी ,
हम सारे है हिन्दुस्तान के वासी ।
विश्व की सारी भाषाओं मे ,
हिंदी ही हमसब को ज्यादा भाती ।
हिंदी मे है पवित्रता की निशानी ,
दिल से सीखो मन से पढो ।
विश्व मे हिंदी का कीर्तिमान अर्जित करो ,
क्योंकि हिंदी ही है पहचान हमारी ।
विश्व भर के सारे हिन्दीभाषी ,
देश विदेश मे अपना मान बढाओ ,
हिन्दी से जुड़कर उसका सम्मान बढाओ ,
हिन्दी ही है साधू और संतों की वाणी ।
जात-पात, वर्ण ,भेद-भाव को ,
दिल से हमे है आज मिटानी ।
विश्व हिंदी के शुभ अवसर पर ,
हिन्दी हो विश्व की सर्वश्रेष्ठ भाषा
हम सब सिर्फ इसके है अभिलाषी ।
सुरेश शर्मा
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