*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Wednesday, 1 January 2020

नई आस नया साल (कविता) - श्रीमती रश्मि नायर


नई आस नया साल
(कविता)
नये साल की चहल-पहल बढ रही है पल-पल
नये सालके नये पल करते जा रहे हैं बेकल
कैसे होंगे वो पल न जाने, कैसे होंगे वो दिन
इंतजारमें जिसके बीत रहे हर दिन गिन-गिन
किसी को न हो कोई शिकवा न रहे कोई मलाल
जो भी दिन हो, लाये सबके लिए खुशियोंके गुलाल
नये साल की चहल-पहल बढ रही है पल-पल
नये सालके नये पल करते जा रहे हैं बेकल
उदासी हो जाए फनाह खिलेमुस्कान से मुखकवँल
दूर हो कांटे गमके राहोमें बिछ जाये मोगरेके फूल
बेगाने आपके बन जाए दोस्त हो जाये ऐसा बदल
बधाई नये सालकी न देकर मत करना कोई भूल
नये साल की चहल-पहल बढ रही है पल-पल
नये सालके नये पल करते जा रहे हैं बेकल
नई आस नया सपना ला रहा है नया साल
सबसे मिलो प्यारसे दुश्मनी सारी जाओ भूल
उनकी सुनो कुछ अपना सुनाओ दिलका हाल
मेल मिलापमें बीत जाये आनेवाला नया साल
नये साल की चहल-पहल बढ रही है पल-पल
नये सालके नये पल करते जा रहे हैं बेकल
-०-
पता:
श्रीमती रश्मि नायर
ठाणे (महाराष्ट्र)

-०-

***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ