नव वर्ष मुबारक हो
(कविता)
सूरज की पहली किरण को,
चन्द्रमा के प्रकाश को
देवी और देवताओ को,
देवी और देवताओ को,
नभ और आकाश को
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो |
समस्त विश्व को उजाला देने वाला सूरज,
समस्त विश्व को उजाला देने वाला सूरज,
समस्त विश्व को रोशन करने वाला चन्द्रमा,
सभी धर्मो के देवी देवता,
जहाँ पर हम रहते और कर्म करते है ऐसी धरती माता को,
जिसके नीचे समस्त प्राणी रहते है
ऐसे आकाश को नववर्ष की हार्दिक बधाई हो
जलीय जन्तुओ को,
जलीय जन्तुओ को,
थलीय जानवरो को
नदी और नीर को,
नदी और नीर को,
कुपो और सरोवरों को
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो |
जल में रहने वाले सभी जीव,
जल में रहने वाले सभी जीव,
धरती में रहने वाले सभी जानवर,
विश्व में बहने वाली नदियाँ,
जिसके जल से हम अपनी प्यास बुझाते है वो जल,
जो हर गांव और और शहर में रहते
वो कुएँ और तालाबों को भी
नववर्ष की हार्दिक बधाई हो |
गजल और गान को,
गजल और गान को,
इतिहास और विज्ञान को
रामायण और कुरान को,
रामायण और कुरान को,
वीरो और नवजवान को
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो,
नव वर्ष मुबारक हो |
जिसे सुनकर सभी मन आनंदित हो
जिसे सुनकर सभी मन आनंदित हो
ऐसे गजल और गानो को,
जो वर्षो से लिखा जा रहा है एक ऐसा इतिहास,
जिसके उपयोग से हम लगातार आगे और बढ़ रहे है ऐसे विज्ञान को,
हिन्दुओ की महाग्रंथ महाभारत,
मुस्लिमो की महाग्रंथ कुरान को भी
नववर्ष की हार्दिक बधाई |
गरीबो को, अमीरो को , देश के किसानो को
गर्व से कहता हूँ, खेतो को खलिहानों को
नव वर्ष मुबारक हो, नववर्ष मुबारक हो |
विश्व के समस्त गरीब और अमीरो को,
गरीबो को, अमीरो को , देश के किसानो को
गर्व से कहता हूँ, खेतो को खलिहानों को
नव वर्ष मुबारक हो, नववर्ष मुबारक हो |
विश्व के समस्त गरीब और अमीरो को,
अन्नदाता किसान को,
और उन सभी खेतो को जहाँ हमारे की वस्तु पैदावार होती है
ऐसे सभी खेतो को,
और जगह जहाँ हम सभी
फसलों की मिजाई करते है
ऐसे खलिहानो को भी
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