हमे कदम मिलाकर चलना होगा !
(कविता)
सर्वश्रेष्ठ हो जाए देश हमारा ,
विश्व को अब यह बताना होगा ।
कठिन , कठोर पथ पर चलकर ,
अपने देश का मस्तक ऊंचा करना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
अनमोल हो जाए देश हमारा ,
घनघोर विपदा से ना डरना होगा ।
देश हमारा हम सबका प्यारा ,
सबको अब यह मान रखना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
जात पात की आपसी रंजिश को ,
हमें दूर हटाकर फेंकना होगा ।
अनेकता मे एकता वाली कथन को ,
फिर से प्रमाणित करना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
देश पर मंडराते खतरे के बादल को ,
साथ मिलकर हटाना होगा ।
देश पर कोई विपदा नाम आए ,
हमे साथ मिलकर अब लड़ना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
विश्व को अब यह बताना होगा ।
कठिन , कठोर पथ पर चलकर ,
अपने देश का मस्तक ऊंचा करना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
अनमोल हो जाए देश हमारा ,
घनघोर विपदा से ना डरना होगा ।
देश हमारा हम सबका प्यारा ,
सबको अब यह मान रखना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
जात पात की आपसी रंजिश को ,
हमें दूर हटाकर फेंकना होगा ।
अनेकता मे एकता वाली कथन को ,
फिर से प्रमाणित करना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
देश पर मंडराते खतरे के बादल को ,
साथ मिलकर हटाना होगा ।
देश पर कोई विपदा नाम आए ,
हमे साथ मिलकर अब लड़ना होगा ;
हमे कदम मिलाकर चलना होगा ।
सुरेश शर्मा
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