गणतांत्रिक देश हमारा.....
(कविता)
लोकतांत्रिक शासन अपना ,है मत का अधिकार हमें |
लोकतांत्रिक शासन अपना ,है मत का अधिकार हमें |
जिसको चाहे मत दें अपना ,जो होता स्वीकार हमें ||
जिसको चाहे रखें बदल दें ,ऐसा श्रेष्ठ विधान है
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
राष्ट्र एकता जीवन धारा , प्रेम अमर संदेश है |
है सब में राष्ट्र भावना ,सबको प्यारा देश है ||
र्म निर्पेक्ष छवि देश की, व्यापक जग में मान है |
है सब में राष्ट्र भावना ,सबको प्यारा देश है ||
र्म निर्पेक्ष छवि देश की, व्यापक जग में मान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
राष्ट्र आत्मा संविधान ,सब माने सम्मान करें |
शपथ जिसकी प्रतिनिधि ले ,गर्व व स्वाभिमान करें ||
राष्ट्र आत्मा संविधान ,सब माने सम्मान करें |
शपथ जिसकी प्रतिनिधि ले ,गर्व व स्वाभिमान करें ||
संविधान को नमन करें सब ,हर्षित होते प्राण हैं |
गणतांत्रिक देश हमारा , जग में बड़ा महान है ||
सच समझे गणतंत्र दिवस ,खुशियाँ देता पर्व हमें |
जन-जन हर्षे रहे देखते ,हो पर्व पर गर्व हमें ||~
प्राण से प्यारा देश हमें, अर्पित इस से प्राण है |
गणतांत्रिक देश हमारा , जग में बड़ा महान है ||
सच समझे गणतंत्र दिवस ,खुशियाँ देता पर्व हमें |
जन-जन हर्षे रहे देखते ,हो पर्व पर गर्व हमें ||~
प्राण से प्यारा देश हमें, अर्पित इस से प्राण है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
रोम रोम रोमांचित होता खुशियों भरे नजारों से |
अमर रहे गणतंत्र के ,-भारत माँ जय कारों से ||
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ,सभी देश की शान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
रोम रोम रोमांचित होता खुशियों भरे नजारों से |
अमर रहे गणतंत्र के ,-भारत माँ जय कारों से ||
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई ,सभी देश की शान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
फहर -लहर लहराए तिरंगा ,देखें गर्वित होते सब |
राष्ट्र एकता जन गण मन ,बोले हर्षित होते सब ||
सब के मुँह पर एक ही स्वर ,होता राष्ट्र गान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
परिभाषित स्वदेश प्रेम का ,जज्बा सारे देश में |
गाँव गाँव गणतंत्र दिवस ,का जश्न सारे देश में ||
जाति पाँति से परे धर्म से -देश का संविधान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
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राष्ट्र एकता जन गण मन ,बोले हर्षित होते सब ||
सब के मुँह पर एक ही स्वर ,होता राष्ट्र गान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
परिभाषित स्वदेश प्रेम का ,जज्बा सारे देश में |
गाँव गाँव गणतंत्र दिवस ,का जश्न सारे देश में ||
जाति पाँति से परे धर्म से -देश का संविधान है |
गणतांत्रिक देश हमारा ,जग में बड़ा महान है ||
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कवि :
राम गोपाल राही
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