*** हिंदी प्रचार-प्रसार एवं सभी रचनाकर्मियों को समर्पित 'सृजन महोत्सव' चिट्ठे पर आप सभी हिंदी प्रेमियों का हार्दिक-हार्दिक स्वागत !!! संपादक:राजकुमार जैन'राजन'- 9828219919 और मच्छिंद्र भिसे- 9730491952 ***

Sunday, 26 January 2020

प्यारा वतन (कविता) - रश्मि लता मिश्रा




प्यारा वतन
(कविता)
मुझे मेरा वतन प्यारा
तिरंगा मेरी शान है।
मैं हिन्द वाला हूँ मतवाला।
वतन मेरा हिंदुस्तान है।
अमर श्रद्धा,अमर नाता
देश मेरा मेरी माता
हिमालय को पिता कहता
गँगा को समझूँ मैं माता
इनकी पूजा करती हूँ मैं
ये मेरे भगवान हैं।
उत्तर हो या दक्षिण हो
पूरब हो या पश्चिम हो
हो कोई वो अपना है।
हिन्दू हो या मस्लिम हो
गँगा-जमुनी सभ्यता
ये मेरी पहचान है।
कोई ऊँचा न कोई नीचा
नहीं रंग भेद जाति यहाँ
अलग भाषा अलग बोली
मनाते कई त्योहार यहाँ।
अलग-अलग गुलों से सजता
मेरा गुलिस्तान है।
-०-
पता:
रश्मि लता मिश्रा
बिलासपुर (छत्तीसगढ़) 
-०-


***
मुख्यपृष्ठ पर जाने के लिए चित्र पर क्लिक करें 

No comments:

Post a Comment

सृजन रचानाएँ

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

गद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०

पद्य सृजन शिल्पी - नवंबर २०२०
हार्दिक बधाई !!!

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित

सृजन महोत्सव के संपादक सम्मानित
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ