दीपोत्सव
(कविता)
जगमग रोशन हो हर घर
मिले नव आशा
खील-बतासा
दीपोत्सव का त्यौहार
पावनपर्व दीपावली |
फसलों से महका है परिवेश
कृषक भाग्य जगे
नई उमंग, नई तरंग
थोड़े से पटाखे
बस थोड़ी सी आतिशबाजी
दीपोत्सव का त्यौहार
पावनपर्व दीपावली |
प्यार-स्नेह से मिलो गले
बहे मंद-मंद शीतल समीर
करो नव सृजन देती यही संदेश
नूतन संकल्प लेकर मनाओ
दीपों का त्यौहार
पावन पर्व शुभ दीपावली |
-०-
मुकेश कुमार “ऋषि वर्मा”
ग्राम रिहावली, डाक तारौली गुर्जर, फतेहाबाद, आगरा, 283111, उ. प्र.
-०-
(कविता)
जगमग रोशन हो हर घर
मिले नव आशा
खील-बतासा
दीपोत्सव का त्यौहार
पावनपर्व दीपावली |
फसलों से महका है परिवेश
कृषक भाग्य जगे
नई उमंग, नई तरंग
थोड़े से पटाखे
बस थोड़ी सी आतिशबाजी
दीपोत्सव का त्यौहार
पावनपर्व दीपावली |
प्यार-स्नेह से मिलो गले
बहे मंद-मंद शीतल समीर
करो नव सृजन देती यही संदेश
नूतन संकल्प लेकर मनाओ
दीपों का त्यौहार
पावन पर्व शुभ दीपावली |
-०-
मुकेश कुमार “ऋषि वर्मा”
ग्राम रिहावली, डाक तारौली गुर्जर, फतेहाबाद, आगरा, 283111, उ. प्र.
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